आरक्षित कोच में बिना आरक्षण सफर कर रहे यात्री से पैसे लेना पड़ा टीटीई को महंगा। दरअसल बाड़मेर से कालका जा रही ट्रेन के आरक्षित कोच में बिना आरक्षण के सफर कर रहे एक यात्री से टीटीई ने 15 रुपये लिए लेकिन इसकी रसीद नहीं दी।
यात्री ने टीटीई की शिकायत को ट्वीट किया और ट्रेन के मेडता पहुंचते ही डीआरएम ने टीटीई को निलंबन का आदेश थमा दिया। जोधपुर डीआएम राहुल गोयल ने बताया कि ट्रेन के एक आरक्षित कोच में टीटीई बिना वैध टिकट पाए जाने वाले यात्रियों से 15-15 रुपये ले रहा था लेकिन उसकी रसीद नहीं दी। एक यात्री की ट्विटर पर की गई शिकायत के बाद जांच विजिलेंस को सौंपी गई।

विजिलेंस दल ने ट्रेन के मेडता पहुंचते ही टीटीई श्याम लाल को उतार कर जांच की।
टीटीई के पास करीब एक हजार रुपये अधिक मिले और उसके बारे में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। जांच रिपोर्ट डीआरएम को सौंपी गई और डीआरएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए श्यामलाल को मेडता में ही निलंबन का आदेश थमा दिया।