रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अगर अगले अमेरिकी राष्ट्रपति बनते हैं भारत को फायदा होने की उम्मीद है। खबरों के अनुसार वह राष्ट्रपति बनते हैं तो पुणे और गुड़गांव जैसे शहरों में निवेश कर सकते हैं। हालांकि इस कदम से उनके देश की विदेश नीति प्रभावित हो सकती है।
अमेरिकी साप्ताहिक पत्रिका न्यूजवीक ने अपने ताजा अंक में विदेश की प्रॉपर्टी में ट्रंप के निवेश पर अपनी कवर स्टोरी में कहा है कि ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने दक्षिण एशिया में तेजी से अपने विस्तार की बात कही है।
न्यूजवीक का कहना है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की राह में हितों के चौंका देने वाले टकराव सामने आ रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस के नेता ट्रंप के करीबी
अगर वह भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हैं तो क्या सरकार यह मानकर चलेगी कि उसे ट्रंप से जुड़ी परियोजनाओं को जल्द मंजूरी देनी है और उनके पुणे के पार्टनर के खिलाफ जांच रोक देनी है।
वहीं अगर वह पाकिस्तान के साथ सख्ती करते हैं तो अमेरिका के सामरिक हितों को नुकसान पहुंचने का डर है। या फिर यह माना जाएगा कि वह भारत को खुश करना चाह रहे हैं ताकि पुणे के ट्रंप टावर से होने वाला उनका मुनाफा सुरक्षित रहे।
न्यूजवीक के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के कई नेताओं के ट्रंप परिवार से करीबी रिश्ते हैं। दरअसल पुणे और गुड़गांव के रियल एस्टेट में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन का बड़ा निवेश है। अगर ट्रंप राष्ट्रपति बनने में कामयाब रहते हैं तो विदेश नीति के मामले में देश की विदेश नीति के साथ उनके हितों का टकराव साफ दिखेगा।
अमेरिकी साप्ताहिक पत्रिका न्यूजवीक ने अपने ताजा अंक में विदेश की प्रॉपर्टी में ट्रंप के निवेश पर अपनी कवर स्टोरी में कहा है कि ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने दक्षिण एशिया में तेजी से अपने विस्तार की बात कही है।
न्यूजवीक का कहना है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की राह में हितों के चौंका देने वाले टकराव सामने आ रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस के नेता ट्रंप के करीबी
अगर वह भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हैं तो क्या सरकार यह मानकर चलेगी कि उसे ट्रंप से जुड़ी परियोजनाओं को जल्द मंजूरी देनी है और उनके पुणे के पार्टनर के खिलाफ जांच रोक देनी है।
वहीं अगर वह पाकिस्तान के साथ सख्ती करते हैं तो अमेरिका के सामरिक हितों को नुकसान पहुंचने का डर है। या फिर यह माना जाएगा कि वह भारत को खुश करना चाह रहे हैं ताकि पुणे के ट्रंप टावर से होने वाला उनका मुनाफा सुरक्षित रहे।
न्यूजवीक के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के कई नेताओं के ट्रंप परिवार से करीबी रिश्ते हैं। दरअसल पुणे और गुड़गांव के रियल एस्टेट में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन का बड़ा निवेश है। अगर ट्रंप राष्ट्रपति बनने में कामयाब रहते हैं तो विदेश नीति के मामले में देश की विदेश नीति के साथ उनके हितों का टकराव साफ दिखेगा।
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