अब मुश्किल होगा ताज का दीदार, पर्यटकों की संख्या होगी आधी


लखनऊ। दुनियाभर से ताज का दीदार करने आगरा आने वाले लोगों के लिए निराश करने वाली खबर सामने आई है। ताजमहल का बड़ी संख्या में दीदार करने आने वाले लोग अब ताज के लिए खतरा बन गए हैं। ताजमहल के आस-पास जिस बड़ी संख्या में लोग इसके दीदार के लिए आते हैं उसको देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट करने के लिए एक खाका तैयार किया गया है।

क्राउड मैनेजमेंट के लिए नेशनल एनवॉयरमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यहां हर रोज आने वाले पर्यटकों की संख्या को कम करने की जरूरत है।
करोड़ों की कमाई देने वाले ताजमहल को अखिलेश नहीं कर पा रहे संरक्षित
अब सिर्फ 24 हजार लोग कर सकेंगे ताज के दीदार
आगरा में हर रोज 50 हजार पर्यटक आते हैं, लेकिन नीरी का मानना है कि अगर यह संख्या 24 हजार तक सीमित की जाए तो ताज को लंबे समय तक संरक्षित किया जा सकता है। नीरी ने 8 घंटों के भीतर कुल 50 हजार की जगह 24 हजार पर्यटकों को यहां आने की इजाजत दिये जाने की वकालत की है। नीरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ताजमहल लकड़ी के घेरों पर कुएं जैसी संरचना पर बना है, ऐसे में यहां अधिक पर्यटकों के आने से इमारत को नुकसान पहुंचता है।
मुख्य द्वार पर भी कम लोगों को जाने की इजाजत
इसके अलावा नीरी ने सिफारिश की है कि दो घंटे के भीतर मुख्य गुंबद पर छह हजार पर्यटकों की मौजूदगी की इजाजत देने की सिफारिश की है।
कार्बन डाइ आक्साइड से हो रहा संगमरमर को नुकसान
अपनी रिपोर्ट में नीरी ने कहा कि मुख्य गुंबद पर अधिक लोगों के आने से कार्बन डाई ऑक्साइड गैस संगमरमर को नुकसान पहुंचाता है।
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पर्यटकों की संख्या कम करने पर होगा अंतिम फैसला
नीरी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है लेकिन इस पर अंतिम फैसला अभी नहीं लिया गया है। माना जा रहा है ताज के संरक्षण को मद्देनजर रखते हुए यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी की जा सकती है।

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