अब आप जल्द ही बिना ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) के भी वाहन चला सकेंगे. सरकार ने डिजिटल लॉकर के तहत यह योजना लॉन्च कर दी है. इसमें आप अपने डीएल और आरसी की सॉफ्ट कॉपी को सुरक्षित कर रख सकेंगे.
Go To- > https://digilocker.gov.in/ for Registration
इसकी मदद से आप सभी जरूरी कागजात की डिजिटल कॉपी अपने पास संभाल कर रख सकते हैं. ट्रैफिक पुलिस के मांगने पर यही डिजिटल कॉपी मान्य मानी जाएगी. इसकी शुरुआत तेलंगाना और दिल्ली में हुई.
डिजिटल इंडिया के तहत ये नई सुविधा स्मार्ट सिटी की ओर एक अहम कदम है. इस नए स्मार्ट कदम के तहत 9 करोड़ 20 लाख ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस हैं. जबकि नए इंतजाम के तहत 20 लाख लोगों के डिजिटल अकाउंट हैं. डिजिलॉकर के जरिए इंश्योरेंस कंपनी और एमएलओ ऑफिस सहित संबंधित सरकारी महकमों का भी एक्सेस रहेगा. सुरक्षा के मद्देनजर इसमें क्यूआर कोड भी होगा. ताकि कोई और दस्तावेजों से छेड़छाड़ न कर सके.
केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डिजिलॉकर को लांच करते हुए पीएम मोदी की बातें दोहराई कि सरकार सिर्फ कागजों पर ही काम न करे. देश में 103 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स हैं. यानी इटली और फ्रांस की साझा आबादी से भी ज़्यादा हैं. पीएम मोदी ने 1 जुलाई 2015 को इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत की थी. सवा साल से भी कम समय में आज 21 लाख लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि परिवहन सुधार के लिए बनाए गए नए ड्राफ्ट बिल में ऑनलाइन लाइसेंस भी बनेगा. इससे लोगों को आसानी होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी. साथ ही भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकेगी. इसका मकसद पेपरलेस गवर्नेंस मुहैया कराना है.
एनआईसी द्वारा तैयार किए गए एम-परिवहन में आप अपना ड्राइविंग लाइसेंस , रजिस्ट्रेशन पेपर, व्हीकल इंश्योरेंस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की स्कैन कॉपी अपने मोबाइल फोन में सुरक्षित रख सकते हैं. एनआईसी के मुताबिक यह इंटरफेस और फीचर्स के मामले में तेलंगाना सरकार द्वारा लॉन्च की गई आरटीए-एम वॉलेट से कहीं बेहतर होगी.
ऐसे करें इस्तेमाल
सरकार ने इसके लिए एक वेबसाइट digilocker.gov.in बनाई है. यहां से आप डिजिलॉकर एप को डाउनलोड कर सकते हैं. इसके बाद आप अपना डिजिलॉकर अकाउंट खोल सकते हैं. इसके लिए आपको मोबाइल नंबर डालना पड़ता है. फिर वन टाइम पासवर्ड (OTP) आपके मोबाइल नंबर पर आएगा जिसे इस्तेमाल कर मोबाइल नंबर को ऑथेंटिकेट कर सकते हैं. फिर यूजरनेम और पासवर्ड सेलेक्ट करना होगा. डिजिलॉकर अकाउंट बनने के बाद आप अपने डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकते हैं. डिजिलॉकर की अन्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आप अपना आधार नंबर भी दे सकते हैं.
सरकार ने इसके लिए एक वेबसाइट digilocker.gov.in बनाई है. यहां से आप डिजिलॉकर एप को डाउनलोड कर सकते हैं. इसके बाद आप अपना डिजिलॉकर अकाउंट खोल सकते हैं. इसके लिए आपको मोबाइल नंबर डालना पड़ता है. फिर वन टाइम पासवर्ड (OTP) आपके मोबाइल नंबर पर आएगा जिसे इस्तेमाल कर मोबाइल नंबर को ऑथेंटिकेट कर सकते हैं. फिर यूजरनेम और पासवर्ड सेलेक्ट करना होगा. डिजिलॉकर अकाउंट बनने के बाद आप अपने डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकते हैं. डिजिलॉकर की अन्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आप अपना आधार नंबर भी दे सकते हैं.
एम एप में मिलेंगी 20 से 30 सर्विस
सरकार जल्द ही एम-परिवहन एप को भी लॉन्च करेगी जिसमे परिवहन से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी. वहीं इसकी मदद से यूजर्स लाइसेंस रिन्युअल जैसी 20 से 30 अलग अलग सर्विस का भी फायदा उठा सकते हैं. इस एप से जुड़ी सबसे बड़ी मुश्किल डेटा सिक्योरिटी की थी. लेकिन इस एप में सभी बातों का ख्याल रखा गया है.
सरकार जल्द ही एम-परिवहन एप को भी लॉन्च करेगी जिसमे परिवहन से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी. वहीं इसकी मदद से यूजर्स लाइसेंस रिन्युअल जैसी 20 से 30 अलग अलग सर्विस का भी फायदा उठा सकते हैं. इस एप से जुड़ी सबसे बड़ी मुश्किल डेटा सिक्योरिटी की थी. लेकिन इस एप में सभी बातों का ख्याल रखा गया है.
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